tag:blogger.com,1999:blog-5826908165840830090.post4197815230438534200..comments2023-10-17T01:05:42.304-07:00Comments on बतकही: पत्ररिता कथा वाया लो प्रोफ़ाईल केसआशीष कुमार 'अंशु'http://www.blogger.com/profile/12024916196334773939noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-5826908165840830090.post-15186358070962192822008-08-25T07:46:00.000-07:002008-08-25T07:46:00.000-07:00आपका कहना बिल्कुल सही है। आजकल खबरों के लिए भी हाई...आपका कहना बिल्कुल सही है। आजकल खबरों के लिए भी हाई प्रोफाइल होना आवश्यक है। मेरे पिताजी ने ज्योतिष के क्षेत्र में वर्षो शोध किया और एक ऐसी पद्धति विकसित की , जिसके आधार पर किसी भी व्यक्ति की जन्मतिथि , जन्मसमय और जन्मस्थान के आधार पर उसके पूरे जीवन के उतार.चढ़ाव का लेखाचित्र खींचा जा सकता है। कई पत्रकार पिताजी से प्रभावित हुए , यहां तक की उनका इंटरव्यू भी लिया , पर दिल्ली के अन्य ज्योतिषियों की तुलना में उनके पास पैसे की कमी है , क्योंकि उनके पास सैद्धांतिक ज्ञान तो था , पर प्रोफेशनल ज्ञान नहीं था । इस हालत में उनके इंटरव्यू का प्रसारण तक आवश्यक नहीं समझा गया। भारत में बहुत ही दुखद स्थिति है।संगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.com