tag:blogger.com,1999:blog-5826908165840830090.post4642010034331196246..comments2023-10-17T01:05:42.304-07:00Comments on बतकही: यमुना पर कपिल की एक कविताआशीष कुमार 'अंशु'http://www.blogger.com/profile/12024916196334773939noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-5826908165840830090.post-2245103750651949692008-06-02T08:32:00.000-07:002008-06-02T08:32:00.000-07:00बधाई प्रियवर आपके ब्लाग पर आ कर अच्छा लगा कपिल जी ...बधाई प्रियवर आपके ब्लाग पर आ कर अच्छा लगा कपिल जी की कविता प्रस्तुत कर आपने बिढ़या काम किया साधुवादयोगेन्द्र मौदगिलhttps://www.blogger.com/profile/14778289379036332242noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5826908165840830090.post-53907855232197830852008-06-02T07:33:00.000-07:002008-06-02T07:33:00.000-07:00एक उत्तम एवं सार्थक रचना.कपिल जी को बधाई एवं आपका ...एक उत्तम एवं सार्थक रचना.कपिल जी को बधाई एवं आपका आभार.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5826908165840830090.post-64366735128335895542008-06-02T02:24:00.000-07:002008-06-02T02:24:00.000-07:00यमुना की मौत हो चुकी है...कविता सामयिक है और सार्थ...यमुना की मौत हो चुकी है...कविता सामयिक है और सार्थक भी।<BR/><BR/>***राजीव रंजन प्रसादराजीव रंजन प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/17408893442948645899noreply@blogger.com