tag:blogger.com,1999:blog-5826908165840830090.post3693331770636976371..comments2023-10-17T01:05:42.304-07:00Comments on बतकही: जी बी रोड कथाआशीष कुमार 'अंशु'http://www.blogger.com/profile/12024916196334773939noreply@blogger.comBlogger13125tag:blogger.com,1999:blog-5826908165840830090.post-55859861018731698352013-06-28T12:30:32.634-07:002013-06-28T12:30:32.634-07:00ये समाज के लिए बैकार है। पर कोठो कि वजह से रेप नही...ये समाज के लिए बैकार है। पर कोठो कि वजह से रेप नही होँगे। ये समाज के लिए ठिक ह।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5826908165840830090.post-58414435030911842942009-04-26T05:00:00.000-07:002009-04-26T05:00:00.000-07:00ये ही है हमारे समाज की काली गलियों की काली सच्चाई....ये ही है हमारे समाज की काली गलियों की काली सच्चाई..मेरा भी कुछ सालों पहले इस सच्चाई से पला पड़ा..मैने कुछ अजीब महसूस नही किया बस कई दिनों तक मैं तों यही सोचता रहा की क्या हमारे समाज में इतनी गरीबी व्याप्त है की ये लड़कियां पैसो के लिए किसी को भी अपने शरीर को चील कौए की तरह नोचने देती है? लेकिन कोई बोला ये दिल्ली है मेरे भाई और ये यहाँ की हमारे सामने, पर छुपी सच्चाई है...इस मुददे पर बहुत लोग बहुत कुछ लिख चुके..आज लिखने से कुछ नही होने वाला...यथार्थ के धरातल पर कुछ करना होगा, नही तों हम एसे ही बोलते और लिखते रहे जायेंगे...बाकी अच्छा प्रयास है..Himanshu Dabralnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5826908165840830090.post-70307596388385426882009-04-26T04:59:00.000-07:002009-04-26T04:59:00.000-07:00ये ही है हमारे समाज की काली गलियों की काली सच्चाई....ये ही है हमारे समाज की काली गलियों की काली सच्चाई..मेरा भी कुछ सालों पहले इस सच्चाई से पला पड़ा..मैने कुछ अजीब महसूस नही किया बस कई दिनों तक मैं तों यही सोचता रहा की क्या हमारे समाज में इतनी गरीबी व्याप्त है की ये लड़कियां पैसो के लिए किसी को भी अपने शरीर को चील कौए की तरह नोचने देती है? लेकिन कोई बोला ये दिल्ली है मेरे भाई और ये यहाँ की हमारे सामने, पर छुपी सच्चाई है...इस मुददे पर बहुत लोग बहुत कुछ लिख चुके..आज लिखने से कुछ नही होने वाला...यथार्थ के धरातल पर कुछ करना होगा, नही तों हम एसे ही बोलते और लिखते रहे जायेंगे...बाकी अच्छा प्रयास है..Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5826908165840830090.post-25007054579184244242009-04-22T09:20:00.000-07:002009-04-22T09:20:00.000-07:00dost ye wo sach hai jise dur karne ke liye koi aag...dost ye wo sach hai jise dur karne ke liye koi aage nahi aa raha.aasha hai ise pad kar aur dekh kar kuch soye huye logo ka jamir jage.kamlesh yadavhttps://www.blogger.com/profile/15524626040337282414noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5826908165840830090.post-45355344170696985412009-04-21T00:25:00.000-07:002009-04-21T00:25:00.000-07:00बेहतर और बहुत ही मार्मिक घटना है. यह सवाल उठाना आप...बेहतर और बहुत ही मार्मिक घटना है. यह सवाल उठाना आपके लिए नया होगा, पेसा बहुत ही पुराने युग से चली आ रही है. बौखलाने को मन नहीं करता क्यूंकि यह सब इश भूखे और बेरोजगार देश की महिलाओ के पेट भरने और घर चलने का साधन है. सायद अचछा ना लगे पर मीठी और कड़वी दोनों सचाई इन जैसी आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओ के रोजगार है.Unknownhttps://www.blogger.com/profile/07592431108966329327noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5826908165840830090.post-61014929670801375822009-04-20T20:40:00.000-07:002009-04-20T20:40:00.000-07:00अच्छी रिपोर्ट
यह तो हर देश हर शहर में है और उनकी ...अच्छी रिपोर्ट<br /><br />यह तो हर देश हर शहर में है और उनकी हालतें भी लगभग एक सी हैं.कौतुक रमणhttps://www.blogger.com/profile/16041471462244478785noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5826908165840830090.post-61291157470378308702009-04-20T09:53:00.000-07:002009-04-20T09:53:00.000-07:00साधारण जानकारियाँ हैं जो आसानी से सब को हासिल हो ज...साधारण जानकारियाँ हैं जो आसानी से सब को हासिल हो जाती हैं। पर यह धंधा क्यों फल फूल रहा है। इस का विकल्प क्यों नहीं तलाशा जाता है।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5826908165840830090.post-11390382304343049622009-04-20T06:32:00.000-07:002009-04-20T06:32:00.000-07:00कहते है हर सभ्य समाज के पीछे एक अँधेरी जगह होती है...कहते है हर सभ्य समाज के पीछे एक अँधेरी जगह होती है ..उसके छुपाये हुए चेहरों की ....अपने जीवन यापन के लिए अपनी देह का इस्तेमाल सुनने में अजीब सा लगता है पर जिंदगी हरेक के लिए कोलाज़ नहीं होती....इन्द्रधनुषी रंग समेटे हुए इसके कई भद्दे ओर बदरंग चेहरे है ..मैंने इन्हें कई बार करीब से देखा है पेशे की बदोलत...जिस गुजरात सरकार को लोग गाली देते है वो कम से कम इनके स्वास्थ्य के लिए काफी कार्य कर रही है....ये तो महज़ है एक सरसरी नजर है इनकी असल जिंदगी देखकर आप काँप जायेगेडॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5826908165840830090.post-15067849453724865062009-04-20T06:25:00.000-07:002009-04-20T06:25:00.000-07:00बहुत उम्दा प्रयास किया इनकी जिन्दगी पर कुछ प्रकाश ...बहुत उम्दा प्रयास किया इनकी जिन्दगी पर कुछ प्रकाश डाला-यूँ तो बहुत कुछ लिखा सुना जा चुका है इस विषय पर-पर स्थितियाँ नहीं बदलती.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5826908165840830090.post-16407783487538151932009-04-20T03:46:00.000-07:002009-04-20T03:46:00.000-07:00अच्छी रिपोर्ट है
बधाई आपकोअच्छी रिपोर्ट है <br /><br />बधाई आपकोराजीव जैनhttps://www.blogger.com/profile/07241456869337929788noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5826908165840830090.post-78860371803619046352009-04-20T00:58:00.000-07:002009-04-20T00:58:00.000-07:00अच्छा प्रयास है अंधेरी गलियों से खबर लाने का..
काफ़...अच्छा प्रयास है अंधेरी गलियों से खबर लाने का..<br />काफ़ी कुछ लिखा जा चुका है मगर काफ़ी कुछ किया जाना है...मगर जिस समाज की यह देन है (कोठे) उस से कुछ उम्मीद करना.. एक न खत्म होने वाले इन्तजार के सिवा कुछ नहीं.Mohinder56https://www.blogger.com/profile/02273041828671240448noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5826908165840830090.post-29244051400955542982009-04-20T00:05:00.000-07:002009-04-20T00:05:00.000-07:00report achhi hai. is vishay ko lekar ab tak kafi k...report achhi hai. is vishay ko lekar ab tak kafi kuchh likha ja chuka hai. vavjood iske is report ko alag tarike se pesh karna ka Taruna na achha prayas kiya hai.<br />Taruna ki lekhni mein lagatar sudhar ho raha hai, ye dekhkar achha lag raha hai.. jab woh Mahamedha mein likhti thi aur ab mein kafi antar aaya hai. sath hi Drishtikon mein v..सुभाष चन्द्रhttps://www.blogger.com/profile/00163673662608636927noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5826908165840830090.post-45070109476735862172009-04-19T23:44:00.000-07:002009-04-19T23:44:00.000-07:00इस विषय पर एक documentary बनी थी, "Born into Broth...इस विषय पर एक documentary बनी थी, "Born into Brothels". कभी देखियेगा।Anil Kumarhttps://www.blogger.com/profile/06680189239008360541noreply@blogger.com