सोपान स्टेप संवाददाता उमाशंकर के ब्लॉग से आपतक दो शब्द सोपान के संबध में,
नेहरू प्लेस स्थित वह जगह जो अपने और अपनों से मिलने का ठीकाना है।
पिछले ढाई सालों सोपान के साथ हूँ, सोपान में कार्यरत हूँ।
यहाँ काम करते हुय यह एहसास मन में है कि यहाँ पत्रकारिता के नाम पर हम कुछ और नहीं कर रहे, पत्रकारिता हीं कर रहे हैं।
फिलहाल उमाशंकर को पढिय-
ग्रामीण विकास को समर्पित पत्रिका सोपान step दो वर्ष से भी ज्यादा का सफर तय कर चुकी है। इस सफर में हमने न केवल ग्रामीण अंचलों की समस्याओं; बल्कि ग्रामीण परिवेश के निवासियों की उपलब्धियों और मुद्दों के आलावा विकास से जुडे राष्ट्रीय मुद्दों से आपको भी जोड़ने का प्रयास किया है। अपने लड़खड़ाते हुए क़दमों के बावजूद साहस नहीं खोया और धीरज से अपने काम में जुटे रहे। शायद इसी का परिणाम है कि सोपान को आज आप सब की प्रशंसा प्राप्त हो रही है। छ्होते से इस सफर मी हमने ढेरों अनुभव भी बटोरे हैं, कभी मिलकर साझा करेंगे कि, मीडिया जब विकास कि बात करता है तो उसके सामने किस तरह कि चुनोतियाँ आती हैं इस व्यावसायिक युग में; यह सोचने का विषय है। कितना सहयोग अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों का विकास पत्रकारों को इस गलैमरस मीडिया के युग मे मिलता है, इस पर भी चर्चा करेंगे।
यदि आप सोपान देखना-पढ़ना या इसके ग्राहक बनना चाहते हैं, तो आप लिख सकते हैं, फ़ोन कर सकते हैं या चाहे तो आकर मिल भी सकते हैं -
पता और ठीकाना है:-
इंडिया फाऊंडेशन फॉर रूरल डेव्ल्प्मेंट स्टडीज ४९-५० रेड रोज बिल्डिंग, रूम नंबर-४०६ नेहरू प्लेस, नई दिल्ली - ११००१९फोन - ०११-४१६०७२४८
०११-४१६०७४७२
गुरुवार, 10 अप्रैल 2008
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