चित्रकूट में पाठा क्षेत्र और भूख-गरीबी को पर्यायवाची मना जाता है। पिछ्ले दिनों अभिमन्यु भाई की मदद से उस इलाके को पास से देख सका। वहां उनका 'सर्वोदय सेवा आश्रम बहुत सुंदर काम कर रहा है। वहां मिले अपने तीन साथियों को भी मैं कैसे भुला सकता हूँ, जिन्होंने मुझे वह क्षेत्र दिखाया। जिस इलाके से मैं होकर आया हूँ, उसका नाम है बड्गढ़।
बुधवार, 23 अप्रैल 2008
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