रविवार, 27 अप्रैल 2008

ईमानदारी की एक परिभाषा यह भी

शम्भू भाई उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े तहसील मौरानीपुर में गाड़ी चलाने का काम करते हैं। उन्होंने ईमानदारी को इन शब्दों में परिभाषित किया।
'हमारे यहाँ भागीरथ चौधरी तीन बार पांच - पांच सालों के लिय कांग्रेस के विधायक रहे। भाई साहब वे इतने ईमानदार थे कि उनके बच्चे भूखों मर रहे हैं।'

आज के समय में क्या यही है, ईमानदारी की सच्ची परिभाषा।

2 टिप्‍पणियां:

Richa Sen ने कहा…

आजकल जमाना कुछ ऐसा ही है अंशुजी.

Udan Tashtari ने कहा…

यही यथार्थ है मित्र.

आशीष कुमार 'अंशु'

आशीष कुमार 'अंशु'
वंदे मातरम