मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन से छाता चौक वाया नया टोला जाते हुए रास्ते में यह अद्भूत विज्ञापन देखने को मिला. अदभूत इस मायने में की बालों में लगाने के लिए सरसों तेल का यह मेरी जानकारी में पहला विज्ञापन है। और एक बात यह कि इसमें किसी सरसों तेल कंपनी का उल्लेख नहीं है. इसलिए भाव समाजसेवा के लगते हैं. लेकिन जिसने भी इस विज्ञापन की कॉपी लिखी है, उसने थोडी सी असावधानी की जिस वजह से उसका संदेश सही - सही संप्रेषित नहीं हो पा रहा। 'सरसों से लहराते बाल बिना चिप चिप' के कई अर्थ हो सकते हैं.
वैसे मुजफ्फरपुर में इस संबंध में मैंने कई लोगों से बातचीत की। और उन्हें अर्थ समझने में कोई कठिनाई नहीं आई, अच्छी बात है। जिनके लिए विज्ञापन तैयार किया गया है वे इसे समझ पा रहे हैं.
शुक्रवार, 25 जुलाई 2008
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4 टिप्पणियां:
thats realy cool :)
हमें तो खुद ही समझने में कोई कठनाई नहीं आई..एक शीशी खरीद कर भिजवाना तो भाई!! :) हा हा!!
अजी ध्यान से पढे सरसो .. से* लहराते बाल, यानि तेल कोई सा भी हो बाल सरसो जेसे लहराये गे
राज जी मेरी भी राय संदेश को पढ़ने के बाद आपसे भिन्न नहीं थी. लेकिन संदेश देने वाला जो संदेश देना चाहता है, क्या हमें उसकी बात को प्राथमिकता नहीं देनी चाहिए?
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