'अब तक ग्लैमर की चकाचौंध से सराबोर रहने वाले डूसू छात्रसंघ चुनाव में प्रत्याशियों द्वारा रिक्शे पर सवार होकर प्रचार की कल्पना शायद ही किसी ने की होगी. लेकिन दिल्ली विश्वविद्यालय का प्रांगण आज इस घटना का साक्षी उस समय बन गया जब अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के चारों प्रत्याशी रिक्शे पर सवार होकर प्रचार करने निकले. इस अनूठे प्रयोग को देखकर न केवल छात्र हतप्रभ रह गए बल्कि विश्वविद्यालय के प्राध्यापकों ने जमकर सराहा. कई लोगों का कहना था कि विद्यार्थी परिषद की इस पहल से अन्य संगठनों को भी सबक लेने की जरुरत है.'
गुरुवार, 28 अगस्त 2008
कितना सच: डूसू चुनाव का यह सार्थक प्रयास
आज ही यह मेल मेरे पास आया है, अगर इस बात में सच्चाई है तो एक सराहनीय कदम है। लेकिन यह सिर्फ़ एक मीडिया स्टंट है तो कुछ भी कहना ठीक नहीं है ...
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