'जागो हिन्दू जागो', ये पर्चे दिल्ली के तिमारपुर के आस-पास के क्षेत्रों में बांटे जा रहे हैं. इन पर्चों का इस क्षेत्र में बंटना क्या चुनाव आचार संहिता का उल्लघन नहीं है?
आयोग को इस विषय को संज्ञान में लेकर उचित कार्यवाही करनी चाहिए.
मुझे नहीं लगता कि दिल्ली की पढ़ी-लिखी जनता पर इन मूढ़-मगज वाली सूचनाओं का कुछ प्रभाव पडेगा, वे वोट उसे ही देंगे जिनको वोट देना उन्होंने तय किया होगा.
बुधवार, 6 मई 2009
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7 टिप्पणियां:
इस पर कार्यवाही चुनाव आयोग करेगा...जो भी उच्चीत होगी.
इसे मूड मगज की बात बताना गलत है. अगर सजग न रहे तो जैसे देश टूटा यह दिन भी देखने को मिल सकता है.
चुनाव आयोग जरूर ध्यान देगा, आखिर चावला, सोनिया का चमचा नम्बर वन है… लेकिन पोस्टर में कुछ गलत कहा है क्या? जरा पश्चिम बंगाल, असम और केरल में जाकर देख ले, क्या हो रहा है, अभी तुम दिल्ली में हो और बच्चे हो इसलिये तुम्हें खबर ही नहीं है कि क्या हो रहा है…
बड़े जागरूक है आप, मानना पड़ेगा।
यह बिल्कुल गलत नही है, चाहे तो आप चुनाव आयोग से व्यक्तिगत पत्र लिख सकते है, क्योकि चुनाव आयोग ब्लाग नही पड़ता है।
aapki baat sahi he.....
isse pehale bhi me kaie baar aapk lekh par tippani kar chuka ho....
aapki soch acchi he khule vichaar bhi he......
par is tarha ki post lagane se aapko nahi lagta ki is k prachaar me madad mil rahi he.......
kyunki humare yaha samajhdaar he to bewakuff,jahilo ki bhi kami nahi.......
dekhiyega aap khud hi k se k se log apne ghatiya vichar vyakt karte he tippani kar k........
shayaad aapko bhala-bura bhi kahe.....
वोट के लिए जो न कर जायें!!
achcha likha aapne aur blog ki duniya me achcha likne walo ko ek manch par laane waloo ka mera ek pryaash kar raha hun
to aap bol bhai bol me bhag le
request aap ko beji ja chuki hai
jai mata di
Hmmmm
Ek din aisaa hi hoga.
Paakistaan men to shuru ho gayaa hai.
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