हाल में ही बारामती (महाराष्ट्र) जाना हुआ, वही से ये तस्वीरें लेकर आया हुआ. जिसे देखकर आप इस पान मासाला को अपने स्वाद की कसोटी (कसौटी नहीं) पर परख सकते हैं और इसे खाकर आप फोम (फॉर्म नहीं) में भी आ सकते हैं.
अपनी ही कहते रहोगे या मेरी भी सुनोगे सरकार....!!! हम हैं दिल की आवाज़... न किसी का ज़ात जानते हैं, न किसी की औक़ात जानते हैं.... जो सही लगे, बिन्दास बोलते हैं ....
3 टिप्पणियां:
बिहार और यू पी में ही कई ऐसे नमूने मिल जाते हैं . गोवा के लिए तो माफ़ है इतना.
Par pan masala se door rahne men hi bhalaayi hai.
-Zakir Ali ‘Rajnish’
{ Secretary-TSALIIM & SBAI }
विज्ञापन में छपा है- मौज, मजा, मस्ती......। पर्यायवाची शब्दों का भंडार...चीयर्स
एक टिप्पणी भेजें