शुक्रवार, 23 अप्रैल 2010

पापा मुझे क्रिमिनल बनना है

2 टिप्‍पणियां:

honesty project democracy ने कहा…

सार्थक सोच की अच्छी अभिव्यक्ति / अच्छी विवेचना के साथ प्रस्तुती के लिए धन्यवाद / मैं तो कहता हु ब्लॉग सामानांतर मिडिया के रूप में उभर कर ,इस देश में वैचारिक क्रांति का सबसे बड़ा वाहक बनकर ,इस देश में बदलाव जरूर लायेगा / बस जरूरत है एकजुट होकर सच्ची इक्षा शक्ति से प्रयास करने की /आपको मैं , जनता के द्वारा प्रश्न पूछने के लिए ,संसद में दो महीने आरक्षित होना चाहिए, इस विषय पर बहुमूल्य विचार रखने के लिए आमंत्रित करता हूँ /आशा है देश हित के इस विषय पर,आप अपना विचार कम से कम सौ शब्दों में जरूर रखेंगे / अपने विचारों को लिखने के लिए नीचे लिखे हमारे लिंक पर जाये /उम्दा विचारों को सम्मानित करने की भी व्यवस्था है /
http://honestyprojectrealdemocracy.blogspot.com/2010/04/blog-post_16.html

अविनाश वाचस्पति ने कहा…

गवर्नमेंट सेक्‍टर में संभावनाएं ज्‍यादा हैं

वैसे कुख्‍यात होने के बाद प्राइवेट वाले भी बुलायेंगे।

आशीष कुमार 'अंशु'

आशीष कुमार 'अंशु'
वंदे मातरम