skip to main |
skip to sidebar
तुम
कहते हो वह शेर था,
फिर पिंजरे में क्यों रहता था?
इतनी सुरक्षा में क्यों
चलता था
और वह शेर था
तो तुम्हे मानना चाहिए, तुम्हारे राज्य में जंगल-राज
है.
कमाल है तुम यह भी मानने को तैयार नहीं
और बात-बात पर
गिरफ्तार कराने
को उतावले रहते हो!
1 टिप्पणी:
बहुत अच्छी कविता है। बेहद अच्छी। शाबास।
एक टिप्पणी भेजें