बुधवार, 14 मई 2008

जेबकतरों से नहीं कुछ जेब कटों से भी परेशान

भोपाल के ११ नंबर रूट की बस में लिखा यह संदेश थोड़ा दार्शनिक किस्म का नहीं लगता?
जेब कटों से सावधान (जेबकटो को भूलवश जेबकतरों पढ़ने की भूल न करें)।

1 टिप्पणी:

Dr. Chandra Kumar Jain ने कहा…

शायद इसलिए सावधान रहने
की चेतावनी दी है कि
कटने के बाद वो
काटने की जुगत में न लगे हों....!!!
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पते की बात.
बधाई
डा.चंद्रकुमार जैन

आशीष कुमार 'अंशु'

आशीष कुमार 'अंशु'
वंदे मातरम