खैर, यह तस्वीर कल आई टी ओ (दिल्ली) में उस वक्त ली गई जब दिल्ली का तापमान ४० डिग्री के आस-पास था. और यह बच्चा तेज गर्म लू में भी चैन की नींद सो रहा था. चलिए इसकी नींद में खलल ना डालिए. कर सकते हैं तो इतना जरूर कीजिएगा, कि अपने कमरे से निकल कर एक बार जरूर बाहर तक निकल आइएगा, जिससे आप उस गर्मी के ताप को महसूस कर सकें जिससे यह बच्चा इस वक्त गूजर रहा है. शहर का तापमान इस वक्त ४० डिग्री के आस-पास है.
शनिवार, 25 अप्रैल 2009
शहर का तापमान ४० डिग्री के आस-पास है
इस तस्वीर में एक बच्चे की तस्वीर देखकर आप यह ना सोचिएगा की मैं यहाँ बालमजदूरी पर कोई भाषण देने वाला हूँ. बालमजदूर मुक्त यह देश कैसे बन सकता है, क्या इसका कोई व्यवहारिक जवाब है किसी के पास. एक तरफ बच्चे मुक्त होते हैं और दूसरी तरफ वे फिर काम पर लगा दिए जाते है.
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1 टिप्पणी:
hi Anshu
Hum chahe jitni bhi desh ko badalne ki baaten kar len par sachchai hamesha yahi rahti hai. har saal sarkaar karodon rupye baal majdoori ke khilaaf advertisement me kharch karti hai. un paison se in bachchon ka bhawishya to sanwara hi ja sakta tha
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