शनिवार, 11 जुलाई 2009

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आज दिनांक ११ जुलाई का 'हिन्दुस्तान टाइम्स' देखते समय कुछ ख़ास किस्म के विज्ञापनों पर नजर चली गई. यह विज्ञापन वैसे ना जाने कब से छप रहे होंगे. क्या आप लोगों की नजर गई कभी इस तरह के विज्ञापनों पर. विज्ञापनों की खासियत यह नजर आई की जहां मसाज का जिक्र है, वहां मसाज करने वाली युवती के मसाज करने सम्बन्धी योग्यता का कोई वर्णनं नहीं है. जिक्र आता है, उसकी खूबसूरती का. भले ही वह मसाज करने में निपूर्ण ना हो लेकिन वह मॉडेल होगी. सभी जगह मोबाइल नंबर का उल्लेख है. हो सकता है यह सारे विज्ञापन देने वाले कोई एक या दो व्यक्तियों का गिरोह हो. खैर, जो भी है जैसा भी है आपके सामने है.

6 टिप्‍पणियां:

रंजन ने कहा…

हिन्दुस्तान टाइम्स क्या सभी अखबारों में आते है.. पता नहीं कौन सो रहा है.. प्रशासन या जनता?

बेनामी ने कहा…

please correct the layoutof the post as its spoiling the layout of blogvani

Sundip Kumar Singh ने कहा…

आप जितना सोच सकते हैं उससे भी बड़ा है ये नेटवर्क. इससे आगे ये भी लिखा रहता है कि मसाज करवाइए--मॉडल से, हाउस वाइफ से, माडर्न युवतियों से, घरेलु आदि-आदि से...अब पता नहीं मसाज करने के लिए ये सारी विशेषताए कब से खोजी जाने लगी. पहले तो हम ने सुनी थी कि मसाज हाथों की कला है और उसके लिए मजबूत कलाइयां जरूरी हैं. लेकीन हो सकता है ये मसाज का नया तरीका हो.

अजित गुप्ता का कोना ने कहा…

हमने विज्ञान में कितनी भी उन्‍नति कर ली हो लेकिन हमारी पुरुष और स्‍त्री के सम्‍बंधों वाली मानसिकता विकृततर होती जा रही है। इसी का परिणाम है ऐसे विज्ञापन। जब तक जनता संस्‍कारवान और जागरूक नहीं होगी तब तक यह बाजार फलता-फूलता रहेगा। आपने जागरूकता दिखायी इसके लिए बधाई।

बवाल ने कहा…

बजा फ़रमाया आपने।

संतोष कुमार सिंह ने कहा…

पिंकी इस देश की बेटी हैं जिसे कुछ दरिंदो ने इस हालात में पहुचा दिया हैं जहां से बाहर निकलने में आप सबों के प्यार और स्नेह की जरुरत हैं।

आशीष कुमार 'अंशु'

आशीष कुमार 'अंशु'
वंदे मातरम