सोमवार, 25 जनवरी 2010

डरो मत महंगाई काबू में है!

2 टिप्‍पणियां:

अविनाश वाचस्पति ने कहा…

कलम छोड़
कूची संभाल ली
महंगाई की
शान बिगाड़ दी।

Udan Tashtari ने कहा…

जी, जैसा आपका आदेश. :)

आशीष कुमार 'अंशु'

आशीष कुमार 'अंशु'
वंदे मातरम