बुधवार, 8 सितंबर 2010

फोटो पर शेर

एक मेल अशोक मालवीय की तरफ से आया। मेल दिलचस्प था सो आप सबों के साथ बांट रहा हूं, आप भी इसे बांचिय।



हर समुन्दर में साहिल नहीं होता
हर जहाज में मिसाईल नहीं होता,
अगर धीरु भाई अंबानी नहीं होते
तो हर गधे के पास मोबाईल नहीं होता।

कोई टिप्पणी नहीं:

आशीष कुमार 'अंशु'

आशीष कुमार 'अंशु'
वंदे मातरम