शुक्रवार, 19 नवंबर 2010
बाल ठाकरे ना हुए 'प्रबोधनकार'
नागपुर में हुई मुलाकात में वरिष्ठ पत्रकार एवं सामाजिक कार्यकर्ता चन्द्रकांत वानखेड़े जी ने बताया कि उनके मित्र सचिन पर्व प्रबोधनकार ठाकरे की वेबसाईट पर काम कर रहे हैं। यह वेबसाईट बन कर तैयार है। यह इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि महाराष्ट्र के बाहर रहने वाले लोग जान सकें कि जिन बाल ठाकरे की छवि देश भर में एक साम्प्रदायिक नेता की है। उनके पिता किस तरह अपने देश और समाज के लिए सोचते थे।
एक बार आप इस वेबसाईट पर अवश्य जाएं. प्रबोधनकार के साहित्य को पढ़ने के लिए.
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