अच्छी पोस्ट.....सार्थक जानकारी. साहित्य और पत्रकारिता का प्रोफ़ेसर होने के नाते इनका महत्व भली भाँति जनता हूँ. आपकी स्वस्थ अभिरुचि प्रशंसनीय है. बधाई...आगे बढ़ते रहिए. ================================= डा.चंद्रकुमार जैन
अपनी ही कहते रहोगे या मेरी भी सुनोगे सरकार....!!! हम हैं दिल की आवाज़... न किसी का ज़ात जानते हैं, न किसी की औक़ात जानते हैं.... जो सही लगे, बिन्दास बोलते हैं ....
4 टिप्पणियां:
shandaar koshish hai lekin ye tasviro ke rup me hai yadi puri saamgri padhne ko mile to kya baat hai.....
वाह!!! क्या नायाब चीज ले आये. वाकई अगर पढ़ भी पाते!!
अच्छी पोस्ट.....सार्थक जानकारी.
साहित्य और पत्रकारिता का प्रोफ़ेसर होने के नाते
इनका महत्व भली भाँति जनता हूँ.
आपकी स्वस्थ अभिरुचि प्रशंसनीय है.
बधाई...आगे बढ़ते रहिए.
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डा.चंद्रकुमार जैन
शानदार! शुक्रिया!
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