अब चुनाव का मौसम ख़त्म होने वाला है. कल दिल्ली में चुनाव है... जब तक सरकार नहीं बन जाती आप इन नारों की जुगाली कर सकते हैं.. एकदम फ्रेश (तटका) माल है.
केंद्र की लेने चले कमान,
लालू, मुलायम, पासवान.
भाजपा की गोटी लाल,
मायावती ने चल दी चाल.
हाथी चल दी दिल्ली चाल,
मायावती भी हैं तैयार.
नीतिश जी नीतिश जी क्या हुआ आपको
बाढ़ के चक्कर में क्यों भूल गए बाढ़ को.
आँखों में सपने दिल्ली में सरकार,
शरद पवार भाई, शरद पवार.
पहले खुद ही थे टाडा जी संजय दत,
ऊपर से चढ़ गया पर टाडा अमर सिंह का रंग
भाजपा भाई बकवास है,
राम (राम विलास) लालू के पास है.
पप्पी-झप्पी का कनेक्शन क्या,
कोई ना बोले लल्ल लल्ल ला.
स्पेशल नारा
आई बी एन सेवेन चला इन्डिया टी वी की चाल ,
और अपनी चाल भी भूल गया.
बुधवार, 6 मई 2009
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5 टिप्पणियां:
पेटेंट करा लो आशिष्। हिट नारे है कोई भी मार लेगा।
इ नीतिश बाबू को पीतर(पीतल) का मुकुट काहे पेहना दिए हो। सोना आदमी को पीत्तर का मुकुट, जगहसाई हो गया। इनको बाजिद अली शाह वाला पेहनाते जिसमें नगीना जड़ा हुआ था, शतरंज के खिलाड़ी सिलेमा में देखाया है सत्यजीत राय ने। औऱ हां आइबीएन7 इंडिया टीवी और आजतक का कॉकटेल है खाली इंडिया टीवी मत बोलो।..
@अनिल पुसदकर- सर भय था इसलिए अंतिम समय में ब्लॉग मित्रों के बीच लेकर आया हूँ.
@विनीत कुमार- विनीत भाई, आप जिस आइबीएन7 को इंडिया टीवी और आजतक का कॉकटेल बता रहे हैं... वह हमारे लिए इलेक्ट्रोनिक मीडिया पर छाया 'इंडिया टी वी डम' है. जिसकी जद में कभी-कभी एन डी टी वी भी नजर आता है.. जिस प्रकार तमाम हिंदी अखबारों का पंजाब केसराईजेशन होते हमने देखा है.. उसी प्रकार इलेक्ट्रोनिक मीडिया में यह इंडिया टीविज्म का दौर है...
:) good
फ्रेश और ताटका माल.....!?!
बहुत खूब.........!!
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