गुरुवार, 11 सितंबर 2008

मेरठ के एक गाँव से लाया यह तस्वीर

पिछले दिनों मेरठ जाना हुआ, वहीं के एक गाँव से यह तस्वीर लाया हूँ. इसे देखने के बाद लगा, मानों यह तस्वीर कुछ कहना चाहती है, मुझसे - आपसे।
क्या आपको एसा नहीं लगता?

5 टिप्‍पणियां:

नीरज गोस्वामी ने कहा…

Raam aur Rahim ek saath...waah.

mamta ने कहा…

तस्वीर तो कह ही रही है बस हम सब उसे अनदेखा करते है।

बेनामी ने कहा…

हर तस्वीर कुछ कहती है। जो बात आप एक हजार शब्दों में नहीं कह सकते उसे एक तस्वीर कह देती है।

डॉ .अनुराग ने कहा…

मेरा शहर है भाई.......सो तस्वीर तो कुछ बोलेगी ही......

Udan Tashtari ने कहा…

लग तो रहा है~!!

आशीष कुमार 'अंशु'

आशीष कुमार 'अंशु'
वंदे मातरम