
इस बार सिवनी (मध्य प्रदेश) जिलान्तर्गत लखनादोन जाना हुआ. वही भटकते-भटकते यह मील का का पत्थर दिखा. बात जमी. वाह कोई इसी जगह भी हो सकती है जिसका नाम कहानी हो. 'कहानी' की 'कहानी' कभी और अभी मील का पत्थर ...







आरकुट के सभी मित्रों...आप सबको मेरा आदर...स्नेह और प्रेम....(भइया...जिससे जैसा परिचय, सीनियार्टी-जूनियार्टी वाला रिश्ता हो...उस हिसाब से ग्रहण करें, बिना बुरा मानें और मुंह बिचकाए।). पिछले दिनों यकायक 25 जुलाई को जब मैंने अपनी स्क्रैपबुक ओपेन की, तो पता चला कि एकाधिक मित्रों ने जन्मदिन की बधाई भेजी है...मैं चौक गया...ये क्या कमाल हुआ...मित्रों....मेरा ऑफिशियल यानी मार्कशीट वाला जन्मदिन तो 31 मार्च को होता है और जैसा कि पिता जी ने बताया है, रियल बर्थडे 15 अगस्त को होता है...खैर...मैंने प्रोफाइल चेक किया तो पता चला कि उसकी पूरी तरह दुर्गति हो चुकी है. ब्राजील की किसी महिला...पता नहीं सच में ब्राजीलवासी की ही करतूत है या फिर किसी दिल्ली, नोएडा, गोंडा वाले का कारनामा है...ने मेरी प्रोफाइल का सत्यानाश करके मेरा जेंडर चेंज कर दिया है. न सिर्फ जेंडर चेंज किया है, बर्थडे से लेकर बाकी सब प्रोफाइल का भी कचूमर कर दिया है...पता नहीं कौन-कौन से सेक्सी लिंक दे दिए हैं और मेरा नाम भी सेक्स रख दिया....बप्पा को पता चले तो मेरी हड्डी ही तोड़ दें। पता नहीं, कैसे समझने लगे हैं कि उनका लाडला ऐसा-वैसा काम कर सकता है. ख़ैर, उनसे कम डर अपनी बीवी और जान-ए-तमन्नाओं से भी नहीं है, जिनके सामने बहुत मेहनत कर साफ-सुथरी इमेज बनाई है.ख़ैर...ऑरकुट से मन पूरी तरह भर गया है, बल्कि खट्टा हो चुका है, इस घटना के बाद. अब मैं अपना ये एकाउंट कभी एक्सेस नहीं करूंगा. वैसे भी, ऑरकुट पहले भी एक बार धोखा दे चुका है...एक पुराने एकाउंट पर किसी साथी ने मैसेज किया, जो मैं खोल ही नहीं सका और जीवन में एक बड़ी कालिख पुत गई....इसका जिक्र मेरे उस उपन्यास में होगा, जिसे मैं पता नहीं कितने दशक बाद लिख पाऊंगा...
अब फेसबुक पर जा रहा हूं. अच्छी कम्युनिटी साइट है...मुझे तो खैर बहुत अच्छी और सेक्योर भी लगी...आप सबको भी न्योता भेज रहा हूं. कृपया मुझे वहीं पर ज्वाइन ज़रूर करें....हां इसके लिए आपको 5-7 मिनट का टाइम ज़रूर लगेगा...फेसबुक पर एकाउंट बनाने में...तो लिंक है...http://www.facebook.com/home.php?#/profile.php?id=644246973&ref=profile. आप जैसे ही इस लिंक पर क्लिक करेंगे या करेंगी, तो फेसबुक लॉगिन करने या रजिस्टर्ड करने का ऑप्शन देगा. आप औपचारिकता पूरी करने के साथ ही मेरी प्रोफाइल पर आ जाएंगे और चाहें तो मुझे दोस्त बना लीजिएगा. वैसे, आरकुट या फेसबुक ना सही...हमारी दोस्ती, साथ तो हरदम रहेगा ही...मेरा मोबाइल नंबर पहले की तरह 09350808925 है ही. बाकी चलता हूं साथी भरे मन के साथ...बहुत दिन तक साइबर वर्ल्ड को लेकर इधर-उधर खूब कॉलम लिखे...देखता हूं आज मेरा ही मामला भाई लोगों ने दुरुस्त कर दिया...खैर, कर भला तो हो भला...कभी मैंने भी कुछ गड़बड़ की होगी, जो झेल रहा हूं. वैसे चाहूं तो ये सारी गंदगी डिलीट कर फिर आरकुट पर ज़िंदा रह सकता हूं. गंदगी तो डिलीट भी कर रहा हूं, लेकिन अब इस एकाउंट पर कभी नहीं आऊंगा...किसलिए काजल की कोठरी में घुसूं...ठीक कह रहा हूं ना...इसका जवाब मुझे फेसबुक पर ही दीजिएगा...
उनको लगता है ये चांदी और ये सोना अच्छा,