गुरुवार, 29 मार्च 2007

अंशु के दोहे

अच्छा जो देखन मैं चला अच्छा मिला ना कोई
जो दिल देखा आपना मुझसे भला ना कोई

अंशु इस संसार मे सबसे मिलिए जाय
ना
जाने किस भेस मे पत्रकार मिल जाय

जला है आलू का पराठा जहा आलू भी जल गया होगा
लगा रहे हो जो सौस का मलहम जुस्तजू क्या है

नेता अभिनेता दोउ खरे काके लागू पाए
बलिहारी नेता आपने जो अभिनय दिया सिखाय

जमीन पर आदमी है आसमान मे तारे है
जमीन के अन्दर जाकर देखो वह पानी ही पानी है
पानी ही पानी है

4 टिप्‍पणियां:

अभिषेक सागर ने कहा…

ashish apka theam aacha hai per apko aur sudhar ki jaroorat hai. nice try
abhishek

Unknown ने कहा…

hi anshu
aap k liye meri taraf se
aise bani bolye jo oren ka aapa koeh,
per ose panga na lio jo tose tagda hoe.

बेनामी ने कहा…

good prayas.
i think we all should make our country peacefull beautiful and available for everyone Roti, Kapra or Makan on the basis of equality.
with all my best wishes
vimalbhai

Unknown ने कहा…

ansu tere pyaar me log deewane deewane se rehte hain bus is chehre ke julfon me chupa lo tum duniya teri deewani ho jayegi

आशीष कुमार 'अंशु'

आशीष कुमार 'अंशु'
वंदे मातरम