शनिवार, 2 जून 2007

नव गीत

बेईमानी की डगर पर बच्चो दीखाओ चलकर
यह देश है तुम्हारा खा जाओ इसको तलकर

अपनो के लिय न्याय
दूसरो के लिय अन्याय
देखो कदम तुम्हारा हर्गीज ना डगमगाय
जीवन नया मिलेगा
पैसा पॉकेट मे भरके

बेईमानी की डगर पर बच्चो दीखाओ चलकर
यह देश है तुम्हारा खा जाओ इसको तलकर

1 टिप्पणी:

राजीव रंजन प्रसाद ने कहा…

अच्छी पैरोडी कर लेते हैं आप :)

*** राजीव रंजन प्रसाद

आशीष कुमार 'अंशु'

आशीष कुमार 'अंशु'
वंदे मातरम