इस मुल्क में किसी जीते जागते इंसान के लापता होने,किसी किसान के आत्महत्या करने की खबर से ज़्यादा अहमियत सरकारी अफ़सर के कुत्ते के गायब होने के समाचार को दी जा रही हो, उस मुल्क के चौथे खंभे को सलाम. चेखव की कहानी याद आ गयी. वाह!
अपनी ही कहते रहोगे या मेरी भी सुनोगे सरकार....!!! हम हैं दिल की आवाज़... न किसी का ज़ात जानते हैं, न किसी की औक़ात जानते हैं.... जो सही लगे, बिन्दास बोलते हैं ....
7 टिप्पणियां:
वाह जी वाह....
धन्य हुए. :)
bahut achchhe. kya breaking news hai.
आपकी पोस्ट पर मैं अपने विचार अपने ब्लोग पर भी व्यक्त कर रहा हूँ. वह एक व्यंग्य है और आपका नाम भी दे रहा हूँ. आपका प्रयास प्रशंसनीय है.
दीपक भारतदीप
जनाब क्या खूब कही है ! इस सम्बन्ध मे मै थोडा बहुत अपने ब्लोग पर लिख रही हू पडिएगा ।
क्या करें ये न्यूज चैनल वाले भी, उनको भी तो न्यूज चाहिये :)
इस मुल्क में किसी जीते जागते इंसान के लापता होने,किसी किसान के आत्महत्या करने की खबर से ज़्यादा अहमियत सरकारी अफ़सर के कुत्ते के गायब होने के समाचार को दी जा रही हो, उस मुल्क के चौथे खंभे को सलाम.
चेखव की कहानी याद आ गयी. वाह!
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