गुरुवार, 5 नवंबर 2009

एक रंगीन पार्टी के कुछ दृश्य
















यह मेरे एक परिचित द्वारा आज ही भेजा गया एक मेल है. इस मेल को देखने के बाद मैंने उनसे पूछा क्या इसे मैं अपने ब्लॉग पर डाल लूं, इस बात की इजाजत मिल गई लेकिन जब मैंने पूछा आपके नाम के साथ, इस बात की इजाजत नहीं मिली. उनका कहना था, यह तस्वीर यहू ग्रुप की है... (लेकिन
उन्होंने नाम डालने से क्यों इनकार किया.. (तुम भी समझ रहे हो और हम भी समझ रहे हैं)
खैर .. तस्वीर आपके सामने हैं..

1 टिप्पणी:

पंकज. ने कहा…

हम्म्म्मम्म्म्म ये हुई ना बात...पहली बार आपने कुछ "काम" की बात की....साला बोर हो गया था सरोकार की बात देखते-देखते....आँख पाक गयी थी....आशा है निरंतरता बनाए रक्खेंगे...पके हुए आँख को सकते रहने का.

आशीष कुमार 'अंशु'

आशीष कुमार 'अंशु'
वंदे मातरम