भैंस-भैंस में अब पढ़ना सीखिए. इस बात में बेहेस (बहस) करने की क्या जरूरत आन पड़ गई.. आप ही पढ़ लो ..भैंस-भैंस में ये पढाई .. बड़े काम की है.. और जनहीत में जारी है.
अपनी ही कहते रहोगे या मेरी भी सुनोगे सरकार....!!! हम हैं दिल की आवाज़... न किसी का ज़ात जानते हैं, न किसी की औक़ात जानते हैं.... जो सही लगे, बिन्दास बोलते हैं ....
3 टिप्पणियां:
बहुत महीन कलाकारी
की गयी है .....
वाह क्या बात है शुभकामनायें
जबरदस्त!!!!!
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