मैंने आज सुबह (सोमवार, 06 जून 2011) 2:45 बजे अपने दोस्तों के लिए यह एक्सक्लूसिव फोटो राजघाट से उतारी। वास्तव में किसी राष्ट्रीय पार्टी के अध्यक्ष को एक आम आदमी की तरह सड़क के किनारे अपने कार्यकर्ताओं के साथ सोता हुआ देखकर सलाम करने को दिल करता है। क्या हम यूपीए की पार्टी अध्यक्ष से अपने कार्यकर्ताओं के लिए इस अपने पन की उम्मीद कर सकते हैं?
सोमवार, 6 जून 2011
एक राष्ट्रीय पार्टी के अध्यक्ष (ख़ास तस्वीर)
मैंने आज सुबह (सोमवार, 06 जून 2011) 2:45 बजे अपने दोस्तों के लिए यह एक्सक्लूसिव फोटो राजघाट से उतारी। वास्तव में किसी राष्ट्रीय पार्टी के अध्यक्ष को एक आम आदमी की तरह सड़क के किनारे अपने कार्यकर्ताओं के साथ सोता हुआ देखकर सलाम करने को दिल करता है। क्या हम यूपीए की पार्टी अध्यक्ष से अपने कार्यकर्ताओं के लिए इस अपने पन की उम्मीद कर सकते हैं?
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आशीष कुमार 'अंशु'

वंदे मातरम
1 टिप्पणी:
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इसलिये मैं यह भी नहीं कह सकता कि शायद भूख के मारे सो गया हो !
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