चांद सा खूबसूरत है चेहरा तेरा
चांद सा खूबसूरत है चेहरा तेरा,
और तेरे चेहरे का पिम्पल
चान्द का दाग है।
ना हो सका उसके क़द का अंदाजा
ना हो सका उसके क़द का अंदाजा,
वह नाटी थी, मगर हिल का सैंडल
पहनती थी।
सिर्फ हंगामा खड़ा करना ही मेरा मकसद है,
मेरी कोशिश है कि पुरी कवरेज मिलनी चाहिय ,
टीवी एफेम पर नहीं तो अखबारों मे ही सही
हो कैसे भी नाम लेकिन नाम होना चाहिय।
मंगलवार, 16 अक्तूबर 2007
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आशीष कुमार 'अंशु'
![आशीष कुमार 'अंशु'](http://3.bp.blogspot.com/_w0i8ZCWf9H8/SBWHdLvPQ_I/AAAAAAAAAYE/qLvF-T5fl24/S700/BUNDELKHND+103.jpg)
वंदे मातरम
1 टिप्पणी:
:) बहुत सही. मिलेगी कवरेज जरुर.
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