यह राममनोहर जी लोहिया की प्रतिमा है और इसका अनावरण महान समाजवादी नेता श्री मुलायम सिंह यादव के हाथों हुआ. भाई साहब इस मूर्ति को देखने के बाद अपन तो नहीं पहचान पाय लोहिया जी को. अब अनावरण करते वक्त मुलायम जी ने कैसे पहचाना अपने अराध्य को. यह तो वही ज्यादा बेहतर बता सकते हैं. वैसे आपलोगों का क्या ख्याल है. इस प्रतिमा पर.
शुक्रवार, 3 अप्रैल 2009
लोहिया जी- ना बाबा ना- तो पहचान कौन???
बिहार के सुपौल में इस प्रतिमा से साक्षात्कार हुआ. यह प्रतिमा देखने में साधारण प्रतिमाओ की तरह ही थी. इसकी तरफ ध्यान आकर्षित हो ऐसी कोई बात नहीं थी इसमें सिवाय एक बात के. वह यह कि
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