गुरुवार, 17 जून 2010

प्रसिद्ध चिट्ठाकार और हिंदी सेवी कविता वाचकनवी को गहरी चोट आई


प्रसिद्ध चिट्ठाकार और हिंदी सेवी कविता वाचकनवी को एक दुर्घटना में गहरी चोट आई है, जिससे उनके दाहिने पैर की टखने की हड्डी टूट गई है. इस समय वह लन्दन में बेड रेस्ट पर हैं. उन्हें चलने के लिए बैसाखी का सहारा लेना पड़ रहा है. घटना १६ तारीख की है, जब वे एक झील पर टहलने गई थी और ठोकर लगाने से दुर्घटना ग्रस्त हुई. आज उनके पाँव पर छह सप्ताह के लिए प्लास्टर चढ़ जाएगा. इस वजह से अगले दो-तीन सप्ताह तक कविता जी की इंटरनेट पर सक्रियता कम ही रहेगी. इससे उनके समूह हिंदी भारत की गतिविधियाँ भी बाधित रहेगी.


आप चाहें तो कविता जी से ई - मेल के माध्यम से संपर्क कर सकते हैं:-
Dr. Kavita Vachaknavee

31 टिप्‍पणियां:

Khushdeep Sehgal ने कहा…

कविता जी की चोट के बारे में पढ़ कर बड़ा दुख हुआ...ईश्वर शीघ्र कविता जी को स्वस्थ करे और वो शीघ्र ही फिर अपने कार्य में सक्रिय हों...वैसे उन पर मां सरस्वती की कृपा है...मुझे उनका दिल्ली में ब्लॉगर मीट में गरिमामयी सानिध्य मिला था...तभी से मैं उनके व्यक्तिव से अभिभूत हूं...

जय हिंद...

बेनामी ने कहा…

She has the grit and she will get well soon

kavita take care

नीरज गोस्वामी ने कहा…

कविता जी के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करते हैं...
नीरज

बेनामी ने कहा…

कविता जी के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना

ghughutibasuti ने कहा…

उन्हें जल्दी स्वासथ्य लाभ हो।
घुघूती बासूती

दिनेशराय द्विवेदी ने कहा…

दुर्घटना तो हमेशा ही कष्टदायक होती है। खैर है कि चोट अधिक नहीं हैं, वे शीघ्र ही स्वस्थ होंगी, ऐसी कामना है।

Dr. Zakir Ali Rajnish ने कहा…

ईश्वर से यही कामना है कि कविता जी जल्द से जल्द स्वस्थ हों।
--------
भविष्य बताने वाली घोड़ी।
खेतों में लहराएँगी ब्लॉग की फसलें।

dhiru singh { धीरेन्द्र वीर सिंह } ने कहा…

ईश्वर उन्हे जल्दी स्वास्थ्य करे

dhiru singh { धीरेन्द्र वीर सिंह } ने कहा…

ईश्वर उन्हे जल्दी स्वास्थ्य करे

Udan Tashtari ने कहा…

शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की मंगलकामना

Satish Saxena ने कहा…

बेहद अफ़सोस जनक खबर है, कविता जी से अविनाश वाचस्पति और अजय कुमार झा के सौजन्य से मुलाक़ात हुई थी, मेरे लिए उनके स्नेहिल शब्दों को भुलाना आसान नहीं है ! विद्वता में तो अद्वितीय हैं ही !
शीघ्र स्वस्थ्य लाभ करें और पुनः हिन्दी की सेवा में लग जाएँ यही कामना है

शरद कोकास ने कहा…

वे जल्दी ही स्वास्थ्य लाभ कर सक्रिय हों यह शुभकामना ।

विवेक रस्तोगी ने कहा…

शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना है।

Ghost Buster ने कहा…

जानकर अफ़सोस हुआ. जल्द स्वास्थ्य लाभ के लिये शुभकामनाएँ.

राजीव तनेजा ने कहा…

कविता जी की चोट के बारे में पढ़ कर बड़ा दुख हुआ...ईश्वर से यही प्रार्थना है कि कविता जी जल्द से जल्द ठीक हो जाएँ

डा० अमर कुमार ने कहा…

.
कविता जी शीघ्र स्वस्थ हों,
झीलों के किनारे विशेष सावधानी रखनी चाहिये ।

nice post... increase traffic वाली टिप्पणी को यदि हटा दिया जाये, तो कैसा रहेगा ?

डॉ. महफूज़ अली (Dr. Mahfooz Ali) ने कहा…

कविता जी के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना...

Sulabh Jaiswal "सुलभ" ने कहा…

कविता जी शीघ्र ही स्वस्थ हो कर लौटें, यही कामना है.

girish pankaj ने कहा…

kavita ji, ek badi sambhavana kaa naam hai, ve achchha kaam kar rahi hai sahitya ko samriddha kar rahi hai. ve swastha rahe, yahi hai meri shubhkamanaa.

पी के शर्मा ने कहा…

कामना करते हैं कि कविता जी जल्‍द ठीक हों ...
http://chokhat.blogspot.com/

विजयप्रकाश ने कहा…

कविता जी शीघ्र स्वास्थ्य लाभ करें इसी कामना के साथ...

ब्लॉ.ललित शर्मा ने कहा…

कवि्ता जी शीघ्र स्वास्थ्य लाभ करें
हमारी शुभकामनाएं

शारदा अरोरा ने कहा…

शीघ्र स्वास्थ्य लाभ के लिए शुभ कामनाएं ।

माधव( Madhav) ने कहा…

get well soon

Ashoke Mehta ने कहा…

कविता जी के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं...

aarkay ने कहा…

I wish her a speedy recovery.

देवेन्द्र पाण्डेय ने कहा…

.. पढ़ कर बड़ा दुख हुआ...ईश्वर शीघ्र कविता जी को स्वस्थ करे और वो शीघ्र ही फिर अपने कार्य में सक्रिय हों...

पद्म सिंह ने कहा…

कविता जी को ईश्वर शीघ्र स्वास्थ्य लाभ दे ... दिल्ली ब्लोगर मीट मे उनका सानिध्य अविस्मरणीय है

Kavita Vachaknavee ने कहा…

आशीष जी व आप सभी मित्रों के इस स्नेह सद्‍भाव से अभिभूत हूँ। शुभकामनाओं के लिए आभारी हूँ।
मासान्त तक थोड़ा बेहतर होकर आप सभी के बीच पूर्ववत् होऊँगी, ऐसी आशा है। अभी तो क्रेचेज़ के सहारे एयरकास्ट बाँधे, समय बीत रहा है। १६ जुलाई को एयर कास्ट खोला जाएगा तो आगे का निर्णय होगा।

सधन्यवाद।

सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठी ने कहा…

हिन्दी ब्लॉग लिखने वाली कुछेक महिलाएं जिनका लेखन मुझे सार्थक और आकर्षक लगता है उनमें कविता जी का स्थान बहुत ऊपर है। उनसे आत्मीयता हिन्दुस्तानी एकेडेमी के मंच से हुई है। चोट खाकर हड्डियों पर प्लास्तर चढ़वाने का कष्ट उनके परिवार में लगातार आ रहा है। बेटी भी कई बार फ़्रैक्चर का शिकार हुई। अब कविता जी बैसाखी पर आ गयी हैं। अजीब संयोग है।

हम तो बस शीघ्र स्वास्थ्यलाभ की कामना ही कर सकते हैं। अस्तु।

डॉ.रूपेश श्रीवास्तव(Dr.Rupesh Shrivastava) ने कहा…

कविता दीदी यदि लंदन में मिल सके तो आयुर्वेद की शास्त्रोक्त रसौषधि अस्थि संधान रस सुबह शाम सुधाजल दो चम्मच के साथ लीजिये। चंद दिनों में आप दौड़ने लगेंगी और हड्डियों पर तो जैसे वेल्डिंग हो जाएगी।
ईश्वर से प्रार्थना है कि जल्द स्वस्थ हो जाएं आप

आशीष कुमार 'अंशु'

आशीष कुमार 'अंशु'
वंदे मातरम